
कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची का संस्पेस बरक़रार, 18 सितम्बर के बाद होगी टिकिट की घोषणा
बिलासपुर सभाग में दावेदारों के बीच टिकिट पाने को लेकर होड़, राजधानी से लेकर दिल्ली तक लगा रहे दौड़
बिलासपुर – कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों के नामों को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। नामों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। दिल्ली की सर्वे रिपोर्ट के बाद प्रत्याशियों के चयन में बदलाव किए जा सकते हैं। इसलिए केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक तक अंतिम सूची के लिए अभी इंतजार करना होगा। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नामों को लेकर लंबी चर्चा हुई है। जिसमें फिर से पैनल तैयार किए गए हैं और कुछ नामों को जोड़ा भी गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन भी दिल्ली से सभी विधानसभाओं में 2 नामों की सूची लेकर बैठक में पहुंचे थे। यहां छानबीन समिति की रिपोर्ट और ब्लॉक स्तर के पैनल पर भी काफी चर्चा हुई। जिसके बाद अब कहा जा रहा है कि 12 सितम्बर को केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। हालांकि सूत्रों का ये भी कहना है कि पहली लिस्ट के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। 18 सितम्बर के बाद ही पहली लिस्ट जारी हो पाएगी।
बिलासपुर से शैलेश व बेलतरा से श्रीवास
बिलासपुर संभाग में कांग्रेस से दावेदारों की संख्या ज्यादा है जिसमे बिलासपुर से मौजूदा विधायक शैलेश पाण्डेय को पुन: टिकिट दिए जाने की कवायद चल रही है क्योकि उनके स्थान पर कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है इसी तरह बेलतरा मे वैसे तो सैकड़ों प्रत्यासी ने अपनी दावेदारी की है पर त्रिलोक श्रीवास जमीन से जुड़े हुए जनाधार वाले नेता हैं| गर्मी हो बारिश हो या ठिठुरता ठंड त्रिलोक हमेशा से ही जनता के बीच पाए जाते हैं त्रिलोक श्रीवास बेलतरा विधानसभा में अगर काग्रेस पार्टी को जीत हासिल करनी है तो त्रिलोक श्रीवास के अलावा कोई भी दूसरा विकल्प नहीं है |
तखतपुर में प्रत्याशी बदलाव तो कोटा से अटल की है मांग
तखतपुर विधानसभा सीट की करे तो वर्तमान कांग्रेस विधायक की स्थिति सही नही है अगर इस सीट से प्रत्याशी बदला जाता हैं तो कांग्रेस पार्टी जीत हासिल कर लेगी,रही सवाल कोटा विधानसभा सीट की तो अटल श्रीवास्तव के अलावा कोई विकल्प नहीं है सारे के सारे कांग्रेसी एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाएंगे अगर विजय केशरवानी को कांग्रेस हाईकमान कोटा के क्षेत्र वासी और वहा के निष्ठावान कार्यकर्ताओ,संगठन को दरकिनार कर विजय को कोटा का प्रत्याशी बनाया गया तो पराजय निश्चित है|
मस्तुरी में दावेदारों की है भीड़, प्रत्याशी चयन में होगी माथापच्ची
मस्तूरी विधानसभा की सीट की बात करे तो यहां भी कई दर्जन कांग्रेसियों ने अपनी दावेदारी पेश किए हैं उनमें से प्रमुख रूप से दिलीप लहरिया जो जोगी कांग्रेस और बसपा के गठबंधन की वजह हार का सामना करना पड़ा था,जयंत मनहर भी काफी सक्रिय माने जाते है जो राजधानी से दिल्ली तक अपनी धमक बनाए हुए हैं,चुकी इनके माता,पिता पूर्व सांसद रहे इसलिए इनकी पकड़ काफी मजबूत स्थिति मे हैं प्रेम चंद जायसी भी को किसी से कम आंकना भी भूल हैं क्योंकि ये वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष है जो पूर्व में जांजगीर लोकसभा से सांसद का टिकट पाकर प्रदेश भर में सनसनी फ़ैला दिया था वर्तमान मे चाहे वह जयराम नगर का संकल्प शिविर हो या जांजगीर के राष्टीय सम्मेलन की बात हो या फिर 8सितंबर के राजनांदगांव के भरोसे का सम्मेलन की बात करे लगातार सक्रिय बने हुए है जायसी रही बात कमल डहरिया (गुरुजी)की तो ये भी हॉल ही मे मस्तूरी मे ही शिक्षा विभाग में प्रिंसिपल के पद पर रहकर इनका जो एक शिक्षक का गुण होता है ओ आज भी वैदमान इनके बारे मे बताया जाता हैं की ये सेवानिवृत्त होकर कांग्रेस पार्टी में अपना विश्वास जताया इसके पीछे बताया जाता हैं कि इन्हें अपने मदन डहरिया जो कमल डहरिया के बड़े भ्राता थे उनसे इन्हे कांग्रेस पार्टी में जाकर लोगो की सेवा करना पीड़ित,जरूरत मंदो की सेवा मे तत्पर रहने के लिए मस्तूरी विधानसभा सीट से प्रत्याशी के रूप मे उन्होंने अपनी दावेदारी पेश की हैं।
बिल्हा विधानसभा में जातिगत समीकरण का है खेल
बिल्हा विधानसभा क्षेत्र की बात करे तो पूर्व विधायक सियाराम कौशिक की बहु गीतांजलि कौशिक का कांग्रेस पार्टी की ओर से बड़ा चेहरा के रूप मे देखा जा रहा हैं उसका सबसे बड़ा कारण ये हैं कि पूर्व विधायक की बहु और संगठन को चलाने में काफी अनुभवी मानी जाती हैं साथ ही इस क्षेत्र मे कौशिक बाहुल क्षेत्र है जो समाज की एक जुटता का मिशाल माना जाता हैं वही बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के बोदरी नगर पंचायत के उपाध्यक्ष अभिषेक दुबे भी सवर्ण वर्ग के अलावा सर्व समाज मे अपना खासा पकड़ बनाए हुए हैं,सभी समाज के सुख दुख के कार्यों में काफी सक्रिय रहते हैं।